Varanasi News: केंद्रीय रेल मंत्री (Rail Minister) अश्विनी वैष्णव अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आए । मंत्री जी ने शुक्रवार को कैंट रेलवे स्टेशन सहित उत्तर रेलवे के एईएन कॉलोनी और पूर्वोत्तर रेलवे के वसुंधरा नगर कॉलोनी का निरीक्षण किया। जहां की साफ सफाई देख उन्हें अधिकारियों को फटकार भी लगानी पड़ी। उन्होंने प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंच यात्रियों से स्टेशन की सुविधाओ का जायज़ा लिया।

हाल ही में, रेल मंत्री (Rail Minister) अश्विनी वैष्णव ने उत्तर प्रदेश में चल रहे तमाम रेल विकास प्रोजेक्ट्स की स्थितियों का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने वाराणसी परिक्षेत्र के अधिकारियों से रेल विकास एवं उससे जुड़ी मांगों और समस्याओं की जानकारी ली, बरेका के कीर्ति कक्ष में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भाजपा विधायकों एवं मंत्रियों से मुलाकात के दौरान,वाराणसी के लिए वंदे भारत (Vande Bharat) जैसी हाई स्पीड ट्रेनें चलाने पर चर्चा की। ट्रेन के स्पीड के साथ, सुविधाजनक स्लीपर कोच लगाने की भी बात हुई।
बैठक के दौरान रेलवे मंत्री ने मोदी जी के शासन व्यवस्था की तारीफ करते हुऐ बताया कि 2014 से पहले उत्तर प्रदेश का रेलवे बजट मात्र 1108 करोड़ था, जो नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 5 गुना तक हो गया है। 2019 तक उत्तर प्रदेश को रेलवे को सुगम बनाने के लिए 5200 करोड़ तक प्रतिवर्ष दिए गए। नई हाई स्पीड ट्रेन पर चर्चा के अलावा उन्होंने कैंट स्थित एईएन कॉलोनी में साफ सफाई पर जोर देने के निर्देश दिए। साथ ही छोटे स्टेशनों का विकास, यात्रियों के ठहराव, एवं अन्य सुविधाओं के लिए योजनाएं बनाने पर भी ज़ोर दिया।

Rail Minister ने काशीवासियों को बताया भाग्यशाली
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव प्रधानमंत्री की तारीफ करते नही थके। उन्होंने आज की काशी और 7 साल पहले की काशी में ज़मीन आसमान का फर्क बताया। रेल मंत्री का कहना है कि आज काशी देश में विकास का मॉडल बन चुकी है। उन्होंने काशीवासियों को भाग्यशाली बताया क्यू कि उनका नेतृत्व प्रधानमन्त्री मोदी जैसे लोकप्रिया नेता कर रहे है।
रेलवे का निजीकरण मात्र एक भ्रम
कई विभागों के निजीकरण के बाद जनता को ऐसा लगता है कि शायद रेलवे का भी निजीकरण कर दिया जाए। केंद्रीय रेल मंत्री ने अपने वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पत्रकारों को संबोधित कर ये साफ कर दिया है कि रेलवे के निजीकरण जैसी कोई बात नही है। उन्होंने लोगो को ऐसी अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है।