Varanasi: जैसा कि हम सब जानते हैं पिछले 2 वर्षों से Kashi Vishwanath Corridor का कायाकल्प पूरे जोर-शोर से किया जा रहा था बीच में कई रुकावटें और व्यवधान भी आए। अब अंततः विश्वनाथ कॉरिडोर जनता को सुपुर्द करने के लिए तैयार है। विश्वनाथ कॉरिडोर का क्षेत्र करीब 52000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है जिसमें अनेक कमरे भी बनाए गए है, और सारे कमरों का अलग अलग नाम रखा जाएगा।
240 वर्षों बाद हो रहा पुनः निर्माण कार्य
सन 1780 में रानी अहिल्याबाई द्वारा जीर्णोद्धार के बाद यह पहली बार है जब काशी विश्वनाथ मंदिर का इतने बड़े स्तर पर जीर्णोद्धार कर लोकार्पण किया जा रहा है आपको बता दें कि इस दौरान बहुत सारे जगहों पर मौजूद मूर्तियों को एक जगह संग्रहित कर के स्थापित किया गया है और उसे शिव कचहरी का नाम दिया गया है।
शुभ मुहूर्त में किया जाएगा लोकार्पण
पीएम मोदी द्वारा 13 दिसंबर को दोपहर में 1:37 से 1:57 तक के बीच में 20 मिनट में ही लोकार्पण की पूरी प्रक्रिया एवं पूजा पाठ संपन्न किया जाएगा। शुभ मुहूर्त काशी के श्री वल्लभराम शालिग्राम सांगवेद विद्यालय के विद्वानों द्वारा निकाला गया है इन्होंने ही राम जन्म भूमि के भूमि पूजन और विश्वनाथ प्रांगण में महान पूर्णा के दोबारा स्थापना करने का मुहूर्त निकाला था।
शिव दीपोत्सव की होगी शुरुवात
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण उत्सव साक्षी बनने के लिए देशभर से श्रद्धालु आ रहे हैं इस कार्यक्रम में लेजर शो और आतिशबाजी के द्वारा पूरे शहर को रोशन किया जाएगा। इस लोकार्पण के साथी तीन दिवसीय शिव दीपोत्सव की भी शुरुआत की जाएगी।
2 चरणों में पूरा होगा कार्य
मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट का कार्य दो चरणों में पूरा होगा जिसके प्रथम चरण का कार्य पूरा होने के बाद 13 तारीख को लोकार्पण कर दिया जाएगा मंदिर परिसर के साथ ही भोगशाला, गंगा व्यू गैलरी, फूड कोर्ट सेंटर, सुरक्षा केंद्र, यात्री सुविधा केंद्र वैदिक केंद्र और मंदिर चौक सहित 19 भवन यात्री सुविधाओं के लिए तैयार किए गए हैं। जलासेन घाट एवं ललिता घाट से रैंप का निर्माण किया जाएगा साथ में एक्सलरेटर, सांस्कृतिक केंद्र का भी निर्माण किया जाएगा दूसरे चरण का कार्य 60 करोड़ में पूरा होगा।